अलीराजपुर । कलेक्टर डॉ अभय अरविंद बेडेकर की अध्यक्षता में समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक का आयोजन कलेक्टर सभा कक्ष में किया गया । बैठक में तय समय तक उपस्थित न होने पर कलेक्टर डॉ बेडेकर ने ईई एमपीईबी को कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए । बैठक के दौरान कलेक्टर डॉ बेडेकर ने नगरीय विकास ,पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ,राजस्व विभाग ,ऊर्जा विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग , श्रम विभाग , जनजाति कार्य विभाग एवं अन्य विभागों की लंबित शिकायतों की विभागवार समीक्षा की । कलेक्टर डॉ बेडेकर ने विभागों की प्रत्येक शिकायतों की विस्तार से समीक्षा की उन्होंने शिकायतों के संबंध में उचित जवाब दर्ज न करने एवं शिकायतों को अपने पास लंबे समय तक लंबित करने पर अधिकारियों को फटकार लगाई । राजस्व विभाग की शिकायतों की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि इस प्रकार लंबे समय तक शिकायतों को ठंडे बस्ते में रखना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । अगर कोई पैचीदा शिकायतों हो तो वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर तत्काल उपयुक्त कार्यवाही करें ।श्रम विभाग की शिकायतों की समीक्षा के दौरान प्रभारी श्रम अधिकारी शिकायतों के संबंध में न सटीक जानकारी दे पाए और न ही उन शिकायतों पर कोई कार्यवाही उनके द्वारा की गई । जिस पर कलेक्टर डॉ बेडेकर ने अधिकारी पर नाराजगी व्यक्त कर अधिकारी को पूर्ण जानकारी होने पर ही बैठक में सम्मिलित होने के निर्देश दिए ।उन्होंने सभी विभाग प्रमुखों को इंगित करते हुए कहा कि अधिकारी शिकायतों के संबंध में संपूर्ण जानकारी इकट्ठा कर एवं की गई कार्यवाही का लेखा जोखा लेकर ही बैठक में भाग ले अन्यथा कार्य में लापरवाही बरतने पर कार्यवाही की जाएगी ।कलेक्टर डॉ बेडेकर ने बताया कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत नागरिकों को सेवाएं तय समय में देने के लिए प्रशासन प्रतिबंध है हाल ही में उन्होंने इस कार्य में लापरवाही करने पर 7 अधिकारियों पर अर्थदण्ड अधिरोपित किया है आने वाले दिनों में इस पर गंभीरता से कार्य करें अन्यथा इस तरह की कार्यवाही लगातार जारी रहेगी । जनजाति कार्य विभाग की समीक्षा के दौरान एक शिकायत प्रभारी प्राचार्य के द्वारा असंसदीय भाषा प्रयोग करने की प्राप्त हुई जिस पर कलेक्टर डॉ बेडेकर ने निलंबन की कार्यवाही प्रस्तावित करने के लिए कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि प्राचार्य का कार्य शिक्षा एवं आचरण के लिए एक मानक तैयार करने का होता है अगर वे स्वयं इस तरह का कार्य करेंगे तो इससे बच्चों पर नकारात्मक असर होगा ।उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा जिले में किए जा रहे औचक निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी एवं विद्यालयों में मिल रहे मध्यान भोजन के विषय में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही है । कलेक्टर डॉ बेडेकर ने शिकायतों पर संज्ञान लेकर जिला शिक्षा अधिकारी , महिला बाल विकास अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अगर भोजन तय गुणवत्ता एवं मेन्यु के अनुरूप नहीं दिया जा रहा है तो इनका भुगतान रोक कर नियम संगत कार्यवाही करें । उन्होंने सभी जिला अधिकारियों को आंगनवाड़ी एवं विद्यालय भ्रमण कर मध्यान भोजन के समय स्वंय बच्चों के बीच जाकर भोजन की गुणवत्ता की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें ।इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रखर सिंह , अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अर्थ जैन , प्रभारी अपर कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह बघेल , संयुक्त कलेक्टर प्रियांशी भंवर , अनुविभागीय अधिकारी राजस्व तपीस पांडे , एसआर यादव , सीजी गोस्वामी , डिप्टी कलेक्टर जीपी अग्रवाल , निधी मिश्रा , सहित संबंधित विभाग प्रमुख उपस्थित थे।