@सोनू सालवी
अलीराजपुर । मप्र आदिवासी विकास परिषद उपाध्यक्ष महेश पटेल ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता मे जानकारी देते हुवे बताया की आदिवासी बाहुल्य जिलों मे डी-3 अंतर्गत जनजागरूकता मिशन चलाया जा रहा है, साथ ही शराबबंदी को लेकर भी अभियान चलाया जा रहा है ।आदिवासी समाज द्वारा मप्र के आदिवासी बाहुल्य अलीराजपुर, झाबुआ, धार, बडवानी ओर खरगोन जिलों की एक महापंचायत कार्यक्रम आयोजित किया जाना प्रस्तावित है । जिसको लेकर जिले के जनप्रतिनिधि, आदिवासी समाज ओर सर्वसमाज प्रमुखो की एक महत्वपूर्ण बैठक 10 अप्रेल को आजाद भवन बस स्टेण्ड अलीराजपुर मे रखी गईं है । उक्त बैठक मे महापंचायत कार्यक्रम की रुपरेखा ओर आगामी रणनीति तैयार की जाएंगी । श्री पटेल ने बताया की आदिवासी क्षेत्रों मे समाज द्वारा चलाये जा रहे डी-3 मिशन के सकारात्मक परिणाम आ रहे है । लेकिन शादियों मे कुछ हद तक शराब पर प्रतिबंध लगा है, लेकिन अवैध रुप से परिवहन हो रही शराब पर भी अंकुश लगना चाहिए । शासन-प्रशासन को चाहिए की शहरी क्षेत्रों मे सरकारी शराब दुकान खोली जाए, लेकिन पंचायत क्षेत्रों मे शराब नहीं बिकनी चाहिए । पंचायत स्तर पर पूर्ण रूप से शराब बंदी होनी चाहिए । श्री पटेल ने बताया की कुछ दिन पहले धार ओर डही गाँव मे शराब से जुड़े लोगो ने हथियार से लेस होकर आदिवासी लोगो को डराया ओर धमकाया है, ग्रामीणजन इससे बहुत भयभीत है । उन्होंने बताया की बिहार, उप्र के कतिपय लोग अवैध हथियार लेकर आदिवासी क्षेत्रों मे दहशतगर्दी फैला रहे है, यह आदिवासी समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा । पटेल ने बताया की अगर पंचायत स्तर पर शराबबंदी नहीं हुई तो एक हजार तीर कमान जो भगवान राम का विशेष शस्त्र था ओर आदिवासियो का पारम्परिक हथियार है, जो सुख-दुःख मे काम आता है, जरूरत पड़ी तो वह भी हम युवाओं को बाटेंगे, साथ ही अन्य संगठनों की तर्ज पर हम महिलाओ को विशेष ट्रेनिंग देकर लट्ठ भी प्रदान करेंगे। इस दोरान वरिष्ठ आदिवासी नेता कैलाश चौहान, आदिवासी विकास परिषद जिलाध्यक्ष अंगरसिंह चौहान भी उपस्थित थे ।
