अलीराजपुर । एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय जिला अलीराजपुर में कलेक्टर डॉ अभय अरविंद बेडेकर के विशेष आतिथ्य में प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित हुआ । इस कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी तपीस पांडे, डिप्टी कलेक्टर एवं इस विद्यालय के पालक अधिकारी जीपी अग्रवाल एवं अलीराजपुर तहसीलदार श्रीमती सविता राठी उपस्थित थे।विद्यालय के बालक एवं बालिकाओं ने पुष्प वर्षा कर कलेक्टर डॉ अभय अरविंद बेडेकर एवं अन्य अतिथियों का स्वागत किया इसके पश्चात कलेक्टर डॉ बेडेकर एवं अनुविभागीय अधिकारी श्री पांडे द्वारा मॉ सरस्वती प्रतिमा के सम्मुख पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया गया। इसी दौरान विद्यालय की बालिका ने मां सरस्वती वंदना का गायन किया। इसके पश्चात विद्यालय के बालक बालिकाओं द्वारा अपने हाथों से बनाई गई पेंटिंग उन्होंने सभी अतिथियों को भेट की, पेंटिंग की कलेक्टर डॉ बेडेकर ने प्रशंसा की।स्वागत गीत के पश्चात स्वागत भाषण मे विद्यालय प्रार्चाय श्रीमती अर्चना श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं बताया कि इस विद्यालय में 35 शिक्षक-शिक्षिकाओं के दल के द्वारा कक्षा 6वी से 12वी तक के 450 बालक-बालिकाओं का पठन पाठन का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने विद्यालय के छात्र-छात्राओं के द्वारा शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं खेल के क्षेत्र मे किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन का उल्लेख किया । इसके पश्चात संभागीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले दलों ने आदिवासी गीत ,देश भक्ति गीत का गायन एवं नृत्य कला का प्रदर्शन किया ।
कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को किया सम्मानित।
कलेक्टर डॉ बेडेकर ने अपनी कक्षा मे प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कु.ललित कोठारी , कु.पूर्वी चौहान, कु.नविदिता चौहान, कु.शिवानी भिंडे, कुमार आतिश तोमर, कु.लता निगवाल, कु.इंद्र कुमार चौहान, कु.नेहा चौहान, कुमार जयदीप मंडलोई, मेघा डावर, कुमार गणपत बामनिया, कुमार दिलीप कनेश, कु.सपना भेड़िया, कु. प्रतिभा जमरा, कु.नीलम चौहान को सम्मानित किया ।इसके पश्चात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी कलेक्टर जीपी अग्रवाल ने एकलव्य विद्यालयों के उद्देश्य एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं में विद्यालय द्वार किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन पर प्रकाश डाला।
अच्छी शिक्षा जो वैज्ञानिक, नैतिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित हो हमें सही और गलत के बीच अंतर करने में मदद करती है – कलेक्टर डॉ बेडेकर
कलेक्टर डॉ बेडेकर ने बच्चों से बातचीत करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्था में जाने पर उन्हें हमेशा खुशी की अनुभूति होती है। विद्यालय के यंग माइंड्स से हमेशा युवा पीढ़ी के बारे में नई चीजें सीखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट के युग में जानकारी मिलना काफी सुलभ हो गया है, अब पहले के जमाने के तरह लगातार लाइब्रेरी में किताबें खोजकर नोट्स बनाने की आवश्यकता नहीं होती, गूगल से सर्च इंजन के माध्यम से सीधे जानकारी प्राप्त हो जाती है। विद्यालयीन शिक्षा एवं आपके गुरु आपको बताते है कि प्राप्त जानकारी का कैसे प्रयोग करे। अच्छी शिक्षा जो वैज्ञानिक, नैतिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित हो हमें सही और गलत के बीच अंतर करने में मदद दिलाती है। और इसलिए शिक्षकों का महत्व विद्यार्थियों के लिए अब कई गुना बढ़ भी गया है। उन्होंने कहा कि विद्यालय ही ऐसी संस्था है जो आपको ज्ञान अर्जित करने में मदद करता है।
खेलकूद और पढ़ाई के समय में समन्वय स्थापित करना आवश्यक– कलेक्टर डॉ बेडेकर
उन्होंने कहा कि खेलकूद भी स्वस्थ जीवन शैली के लिए आवश्यक है, इसलिए शिक्षा और खेलकूद को दिए जाने वाले समय में सामंजस्य स्थापित करे। उन्होंने कहा कि जल्द ही आप लोगों के लिए नया परिसर तैयार हो रहा है, जहां पर खेल का विस्तृत मैदान, कंप्यूटर एवं अन्य प्रयोगशालाएं उपलब्ध होगी जिससे व्यावहारिक ज्ञान में वृद्धि होगी। कलेक्टर डॉ बेडेकर ने अपने उद्बोधन के अंत में बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की और उनको शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर ने स्कूल के बच्चों को दी खेल से जुड़ी सामग्री
शैक्षणिक प्रतिभाओं के सम्मान के पश्चात सभी अतिथियों ने संभाग स्तर पर सांस्कृतिक एवं खेल प्रतियोगिता में अव्वल स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। साथ ही कलेक्टर डॉ बेडेकर ने विद्यालय के बालक बालिकाओं को चेस, लूडो, क्यूब एवं स्नेक लेडर खेल के लिए सामग्री गिफ्ट के रूप में दी।कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के संस्कृत अध्यापक अंकुर जैन द्वारा किया। इस दौरान विद्यालय में सभी विद्यार्थी, स्कूल स्टाफ उपस्थित थे।