@सोनू सालवी

अलिराजपुर/आम्बूआ: मध्यप्रदेश के शासकीय स्कूलों में अल्प मानदेय पर अतिथि शिक्षक विगत 15 – 16 वर्षों से पूर्ण, निष्ठा, लगन व ईमानदारी के साथ सेवा देते आ रहे हैं। किंतु आज दिनाँक तक भविष्य अंधकारमय बना हुआ है! उन्होंने अपनी मांगों को लेकर जोबट क्षेत्र की विधायक सेना महेश पटेल को ज्ञापन सोप कर मांग की है कि हम अतिथि शिक्षकों के साथ अन्याय किया जा रहा है हमारी मांगों को आपके स्तर से विधानसभा तक पहुंचाने के लिए ज्ञापन दिया जा रहा है।

प्रमुख माँगः-

1. कार्यानुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों की वर्गवार/विषयवार विभागीय परीक्षा आयोजित कर नियमित शिक्षक बनाने का प्रस्ताव पारित किया जाये।

2. जब तक विभागीय परीक्षा नही होती तब तक 12 माह का सेवाकाल एवं 65 वर्ष की उम्र तक पदस्थायित्व करने तथा उक्त पद को रिक्त न मानने का प्रस्ताव पारित किया जाये।

3. 02 सितंबर 2023 को अतिथि शिक्षक महापंचायत में हुई समस्त घोषणाओं के आदेश तत्काल जारी करने का प्रस्ताव पारित किया जायें।

4. वर्ष 2011 से लेकर वर्तमान तक हुई समस्त शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में से किसी भी एक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अतिथि शिक्षकों को कार्यानुभव और वरिष्ठता का लाभ देते हुये सीधे नियमित शिक्षक बनाये जाने का प्रस्ताव पारित किया जाये।

5. जो अतिथि शिक्षक वर्तमान में सीधी भर्ती / स्थानांतरण/उच्चपद प्रभार अतिशेष शिक्षक इत्यादि कारणों से बाहर है उन्हें रिक्त पदों पर पहली प्राथमिकता के साथ संकुल/ब्लॉक/जिला/अन्य जिले में समायोजित किया जाये।

6. ⁠अतः आपसे करबदध निवेदन है कि हमारी माँगो पर गंभीरता पूर्वक विचार कर हमारी प्रमुख व तात्कालिक माँगों का निराकरण कर हमारे भविष्य को सुरक्षित (पद स्थायित्व) हेतु शीतकालीन विधानसभा सत्र में प्रस्ताव पारित कराने, समर्थन पत्र लिखने एवं आवाज उठाने का कष्ट करें। ताकि अतिथि शिक्षक परिवार सहित जीवन पर्यन्त आपका ऋणी रहेगा। क्षेत्र की विधायक पटेल ने सभी को विश्वास दिलाया है कि मैं आप लोगों की मांग को लेकर विधानसभा में आवाज उठाऊंगी एवं हर संभव मदद करने का प्रयास करूंगी।

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