@सोनू सालवी

आलीराजपुर।धैर्य और सब्र व्यक्ति को अपने लक्ष्य तक पहुंचा देता है। अंतरिक्ष यात्री सुनिता विलियम्स सिर्फ आठ दिनों के लिये स्पेस सेंटर पर गई थी, परंतु उनकी वापस आने की संभावना नहीं बनी और करीब 9 महीने तक उन्होने अंतरिक्ष में धैर्य और सब्र के साथ बिताए, आखिरकार भारत की ये बेटी अपने लक्ष्य में सफल हुई और पुन: धरती पर सकुशल लौट आई, यह हमारे लिये गर्व की बात है। जीवन में तृष्णा है जो कभी बूढी नहीं होती, जिस व्यक्ति की तृष्णा पूरी हो जाए उसका जीवन भक्त नरसिंह मेहता जैसा हो जाता है। यह बात स्थानीय हरि अर्जुन कॉलोनी-भगतसिंह मार्ग पर हरि अर्जुन कॉलोनी सत्संग समिति एवं महिला मंडल आयोजित नानीबाई रो मायरो कथा के पांचवे और अंतिम दिन व्यासपीठ पर विराजित पंडित अनिरूद्ध मुरारी रतलाम वाले ने कही।

अकडा हुआ वो रहता है जिसकी संसार में जरूरत नहीं
कथा के दौरान पंडित मूरारी ने कहा कि नदियां कभी अपना पानी नहीं पीती है, वृक्ष कभी अपने फल नहीं खाते है, ये हमेशा दुसरे के लिये है, सदैव दूसरों के लिये समर्पित रहते है। उन्होनें कहा कि आम (फलों का राजा) ने अपने जीवन में झुकना सीखा है, आम के उदाहरण से सीखो की वो झुककर कितनी मीठास देता है, अकडा हुआ कौन रहता है, जिसकी संसार में जरूरत नहीं होती है, वो ही व्यक्ति अकड दिखाता है। अर्थात अपने अभिमान, घमंड, अंहकार का त्याग करके सदैव दूसरों के लिये समर्पित रहोगे तो जीवन सार्थक हो जाएगा।

नानीबाई का मायरा लेकर आए भगवान, जमकर झूमे श्रद्धालु
कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण, रूक्मणि और राधा, नरसिंह मेहता के पात्र के रूप में गोपाल गेहलोद ने अपनी भजन मंडली और साधु संतो और के साथ पंडाल में प्रवेश किया तो श्रद्धालु झूम उठे और भाव विभोर हो गए। मंच पर नानीबाई के पात्र के रूप में सविता कोठारी ने मायके से आए सभी सदस्यों को मंगल तिलक कर बधाया और आरती उतारी। पश्चात मायरे की रस्मों की शुरूआत हुई, नानीबाई के ससुराल वालों को भगवान श्रीकृष्ण, रूक्मणि और राधाजी ने मायरा ओढाया। इस दौरान व्यास पीठ पर विराजित पंडित मुरारी के समधुर भजनों पर श्रद्धालु देर रात तक झूमते रहे, कथा स्थल पर वातावरण ऐसा धर्ममय हुआ कि हर कोई प्रफुल्लित और आंनदित नजर आया।

चारभुजा मित्र मंडल,सांवरिया ग्रुप, दबंग ग्रुप् ने किया सम्मान
कथा के दौरान नगर के चारभुजा मित्र मंडल, सांवरिया ग्रुप, हरि अर्जुन कॉलोनी के दबंग महिला ग्रुप ने ठाकुर जी की पूजा अर्चना कर व्यासपीठ पर विराजित पंडित मुरारीजी का सम्मान किया, वहीं पंडित मुरारीजी ने मंडल व ग्रुप सदस्यों को दुपट्टा ओढाकर सम्मानित किया। इस दौरान पंडित मुरारी एवं आयोजन समिति के पदाधिकारियों मिश्रीलाल राठौड, गजेन्द्रसिंह राठौड, सतीश भाटी, आदि ने आयोजन को सफल बनाने वाले कार्यकताओं का सम्मान किया। नानी बाई के मायरे में तन मन धन से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर सहयोग करने वाले श्रद्धालुओं का आभार माना।

सामूहिक आरती हुई, महाप्रसादी का किया वितरण
कथा के मीडिया प्रभारी कृष्णकान्त बेडिया व नितेष कोठारी ने बताया कि अंत ठाकुरजी की महाआरती उतारी गई, पश्चात महाप्रसादी का वितरण चारभुजा मित्र मंडल द्वारा किया गया।


