@सोनू सालवी

आलीराजपुर । जिले के अलग-अलग खण्डों मे निकलने वाले ऐतिहासिक पथ संचलन में हजारों की संख्या में स्वयंसेवक होंगे शामिल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस विजयदशमी पर अपने स्थापना के 100 कार्य वर्ष पूर्ण करने जा रहा है संघ शताब्दी वर्ष का शुभारंभ विजयादशमी उत्सव पर्व के साथ ही शुरू होगा जो आगामी वर्ष तक मनाया जाएगा जिसे लेकर समस्त हिन्दू समाज व स्वयंसेवकों में काफी उत्साह हैअलीराजपुर जिले के स्वयंसेवक विजयदशमी पर निकलने वाले पथ संचलन को ऐतिहासिक बनाने के उद्देश्य से पिछले एक माह से घर-घर संपर्क अभियान चलाकर संचलन में उपस्थित होने और परिवार सहित संचलक को देखने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं

साथ ही नए स्वयंसेवकों को जोड़ने का अभियान भी जारी है अलीराजपुर जिले के अलग-अलग खंडो में संचलन निकलने की तैयारी युद्ध स्तर पर शुरू हो चुकी है प्रत्येक खंड से सैकड़ो की संख्या में स्वयंसेवकों के संचलन में निकलने की योजना बनाई जा रही है संचलन के लिए गणवेश वितरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है जिन स्वयंसेवको के पास गणवेश नहीं है उन्हें गणवेश उपलब्ध कराई जा रही है गणवेश समाज स्वयं के व्यय पर ले रहा है युवा और बाल स्वयंसेवक भी पथ संचलन के लिए उत्साहित है पुराने स्वयंसेवक भी घर-घर जाकर समाज के लोगों से संचलन में चलने का आग्रह कर रहे हैं इसे लेकर समाज में काफी उत्साह है

इस कार्य में संघ के सभी विभाग अपने स्तर पर तैयारी हमें जुटे हैं जिसमें मातृशक्ति भी सम्मिलित है पंच परिवर्तन पर केंद्रित रहेगा संचलन संघ शताब्दी कार्य वर्ष का यह संचलन पंच परिवर्तन, कुटुंब प्रबोधन समरसता, पर्यावरण, नागरिक कर्तव्य और स्व भाव जागरण जैसे प्रमुख कार्यों पर केंद्रित रहेगा। अलीराजपुर जिले में कुल 53 संचलन निकलना है जिनमें से अब तक चार मंडलों के संचलन झिरण आमखुट अट्ठा व वड़ी में संपन्न हुये। संघ के 200 से अधिक स्वयंसेवक अनुशासन और एकता का परिचय देते हुए कदम से कदम मिलाकर चलकर समाज में समरसता का संदेश देते हुए निकले।

सभी स्वयंसेवकों के एकत्रीकरण के पश्चात बौद्धिक कार्यक्रम हुआ जिसमें वक्ताओं ने उपस्थित स्वयंसेवको को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष की यात्रा पर प्रकाश डाला वक्ता ने बताया कि संघ की शाखा के माध्यम से ही व्यक्ति का निर्माण होता है संघ का स्वयंसेवक विभिन्न अनुसांगिक संगठनों के माध्यम से समाज सेवा का कार्य कर रहे हैं साथ ही संघ द्वारा तय किए गए पंच परिवर्तन कार्य के बारे में भी वक्ताओं ने विस्तार से बताया।



